एक बन्दे ने पूछा क्या है " जिन्दगी "
दूसरे बन्दे ने खूबसूरत जवाब दिया
ना सुख जिन्दगी ,
ना दुख जिन्दगी ,
ना गम जिन्दगी ,
ना खुशी जिन्दगी ,
अपने -अपने कर्मों का हिसाब है
जिन्दगी.............।
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एक बन्दे ने पूछा क्या है " जिन्दगी "
दूसरे बन्दे ने खूबसूरत जवाब दिया
ना सुख जिन्दगी ,
ना दुख जिन्दगी ,
ना गम जिन्दगी ,
ना खुशी जिन्दगी ,
अपने -अपने कर्मों का हिसाब है
जिन्दगी.............।
बाप पतंग उड़ा रहा था बेटा ध्यान से देख रहा था
थोड़ी देर बाद बेटा बोला पापा ये धागे की वजह से पतंग और ऊपर नहीं जा पा रही है इसे तोड़ दो
बाप ने धागा तोड़ दिया
पतंग थोडा सा और ऊपर गई और उसके बाद निचे आ गई
तब बाप ने बेटे को समझाया
बेटा जिंदगी में हम जिस उचाई पर है,
हमें अक्सर लगता है ,
की कई चीजे हमें
और ऊपर
जाने से
रोक रही है,
जैसे
घर,
परिवार,
अनुशासन,
दोस्ती,
और हम उनसे आजाद होना चाहते है,
मगर यही चीज होती है
जो हमें उस उचाई पर बना के रखती है.
उन चीजो के बिना हम एक बार तो ऊपर जायेंगे
मगर
बाद में हमारा वो ही हश्र होगा, जो पतंग का हुआ.
इसलिए जिंदगी में कभी भी
अनुशासन का,
घर का ,
परिवार का,
दोस्तों का,
रिश्ता कभी मत तोड़ना
क,ख,ग क्या कहता है जरा गौर करें...
क - क्लेश मत करो
ख- खराब मत करो
ग- गर्व ना करो
घ- घमण्ड मत करो
च- चिँता मत करो
छ- छल-कपट मत करो
ज- जवाबदारी निभाओ
झ- झूठ मत बोलो
ट- टिप्पणी मत करो
ठ- ठगो मत
ड- डरपोक मत बनो
ढ- ढोंग ना करो
त- तैश मे मत रहो
थ- थको मत
द- दिलदार बनो
ध- धोखा मत करो
न- नम्र बनो
प- पाप मत करो
फ- फालतू काम मत करो
ब- बिगाङ मत करो
भ- भावुक बनो
म- मधुर बनो
य- यशश्वी बनो
र- रोओ मत
ल- लोभ मत करो
व- वैर मत करो
श- शत्रुता मत करो
ष- षटकोण की तरह
स - सच बोलो
ह- हँसमुख रहो
क्ष- क्षमा करो
त्र- त्रास मत करो
ज्ञ- ज्ञानी बनो !!
"शादी"करंट" के तार की तरह होती हैं.
सही जुड़ जाये तो
सारा जीवन "रोशन"
और गलत जुड़ जाये तो
"जिंदगी" भर "झटके...............।
आपको कोई अच्छा
इंजीनियर मिले
तो बताना,
मुझे इंसान से इंसान
को जोड़ने वाला पुल
बनाना है
बहते आंसुओ को रोकने
वाला बांध बनाना है
और
सच्चे संबंधो में पड़ती
दरारो को भरवाना है...................।
मुस्कान थके हुए के लिए विश्राम है, उदास के लिए दिन का प्रकाश है तथा कष्ट के लिए प्रकृति का सर्वोत्तम उपहार है................।
कर्म भूमि की दुनिया में,
श्रम सभी को करना पड़ता है,
भगवान सिर्फ लकीरें देता है,
रंग हमें ही भरना पड़ता है.............।
बेहतर से बेहतर कि तलाश करो
मिल जाये नदी तो समंदर कि तलाश करो
टूट जाता है शीशा पत्थर कि चोट से
टूट जाये पत्थर ऐसा शीशा तलाश करो................।
धीमे से मेरे कान में आ,
गम ने ये कहा ,
मैने तुम्हे शायर बनाया ,अब तो खुश रहो.....
विवाहित होना
"पार्ट ऑफ़ लाइफ " है ...
और....
विवाहित हो कर भी
मुस्कुरा कर शांति से जीना
"आर्ट ऑफ़ लाइफ "है...
फलदार पेड़ और गुणवान व्यक्ति ही झुकते है,
सुखा पेड़ और मुर्ख व्यक्ति कभी नहीं झुकते ।
कदर किरदार की होती है
… वरना…
कद में तो साया भी इंसान से बड़ा होता है..!!
दुनिया मे " दान " जैसी
कोई " संपति " नही
" लालच " जैसा कोई और
" रोग " नही
अच्छे " स्वभाव " जैसा
कोई " आभुषण " नही
और
" संतोष " जैसा और
कोई " सुख " नही
कई जीत बाकी हैं .. कई हार
बाकी हैं..
अभी तो जिंदगी का सार
बाकी है..
यंहा से चले हैं नयी मज़िल के लिए ..
ये एक पन्ना था अभी तो किताब बाकी है..
Heated gold is called ornaments
Beated copper is called wire
Compressed carbon is called diamond.
Heated,beated and compressed human is called HUSBAND.
सुविचार
जब तक मन में अभिमान होता है, ज्ञान पाना मुश्किल होता है।
अभिमान का त्याग कीजिए ।
राधा ने पूछा मोहन से :- तुम्हें सब लोग चोर
क्यों कहते हैं ?
मोहन जी बोले :- राधे, मैं चोर हूँ, तभी तो लोग
कहते हैं I
राधा जी ने फिर पूछा :- तुम क्या - क्या चुराते
हो ?
कान्हा जी बोले :- तो फिर सुनो, जब मैं
छोटा था तब मैं सब का मन चुराया करता था I
फिर थोड़ा बड़ा हुआ तो मैं माखन चुराने
लगा जब थोड़ा और बड़ा हुआ तो मैंने
गोपिओं के वस्त्र चुराये I
उस के बाद मैं भक्तों के प्यार में ऐसा हो गया,
की मैंने एक नए तरह की चोरी शुरू कर दी I
राधा जी बोली :- कैसी चोरी ?
कान्हा जी ने बड़ा अच्छा जवाब दियi :- आज
कल मैं अपने भक्तों के पाप भी चुरा लेता हूँ I
राधा जी बोली :- कहाँ है यह भक्त ?
कान्हा जी बोले :- एक तो इस मैसेज को भेज
चुका, दूसरा इसे पढ़ रहा है
जय श्री राधे कृष्ण
होठों के लिये " सत्य "
आवाज के लिये " प्रार्थना"
आंखो के लिये " दया"
हाथों के लिये " दान "
ह्दय के लिये ".प्रेम"
और
चहेरे के लिये " हँसी ".
नीयत कितनी भी अच्छी हो, दुनिया
आपको आपके दिखावे से जानती है,
और दिखावा कितना भी अच्छा हो
उपरवाला आपको नीयत से जानता है
किसी ने रोज़ा रखा और किसी ने उपवास रखा..
कबूल होगा उसी का जिसने अपने माँ बाप को अपने पास रखा..