शुक्रवार, 10 जुलाई 2015

कलयुग के सुविचार

कलयुग के सुविचार

रोज भगवान को याद करते हो
पर कभी सोचा  है कि
किसी दिन भगवान  ने याद कर लिया तो..??
लेने के देने पड जायेंगे

"काम ऐसे करो कि लोग आपको
.
.
किसी दूसरे काम के लिए
बोलें ही नहीं"

आज के जमाने में सत्संग उसी संत का बढ़िया रहता है जिसके पंडाल में गर्म पोहा-जलेबी और अदरक वाली चाय मिले। वरना ज्ञान तो अब  वॉट्सएप पर भी बंटता है।

जिस पुरुष ने आज के समय में बीवी, नौकरी, कारोबार और स्मार्टफोन के बीच में सामंजस्य बैठा लिया हो, वह पुरुष नहीं महापुरुष कहलाता है!

आज सबसे बड़ी कुर्बानी वह होती है, जब हम अपना फोन चार्जिंग से निकाल कर किसी और का फोन लगा दें!

“दुनिया में हर चीज मिल जाती है..
सिर्फ अपनी गलती नहीं मिलती”

आसमान को छूने के लिऐ रॉकेट को भी "बोतल" कि जरूरत पडती है।
तो फिर इंसान क्या चीज है।

आप कितने ही अच्छे काम कर लें, लेकिन लोग
उसे ही याद करते हैं, जो उधार लेकर मरा हो।

यदि पेड़ों से wi-fi के सिगनल मिलते..
तो हम खूब पेड़ लगाते। अफसोस कि वे हमे आक्सीजन देते है

आजकल माता-पिता को बस दो ही चिंताएं हैं।
इंटरनेट पर उनका बेटा क्या डाउनलोड कर रहा है और
बेटी क्या अपलोड कर रही है ।

हर एक इंसान हवा में उड़ता फिरता है,
फिर भी ना जाने जमीन पर इतनी भीड़ क्यों है ।।

जंगल में चरने गया बैल, दोस्तों के साथ पार्टी में बैठा पुरुष और ब्यूटी पार्लर में गयी महिला..
जल्दी वापस नहीं आते ।।

जब आप किसी चीज को पूरी शिद्दत से पाने की ख्वाहिश या कोशिश करते हैं तो वह चीज
.
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उसी शिद्दत से कुछ ज्यादा ही एटीट्यूड दिखाने लगती है।।
(())
  Muje मेसेज नहीँ करने वाले दोस्तो याद रखना जनता माफ नहीँ करेगी तुम्हे
.....

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