गुरुवार, 16 जुलाई 2015

दीन कहे धनवान सुखी

दीन कहे धनवान सुखी,
धनवान कहे सुख राजा को भारी।

राजा कहे महाराजा सुखी,
महाराजा कहे सुख इन्द्र को भारी।

इन्द्र कहे सुख ब्रह्मा को,
ब्रह्मा कहे सुख विष्णु को भारी।

तुलसी दास कहे विचारी,
बिनु हरि भजन सब जीव दुखारी।

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