शनिवार, 7 मार्च 2015

कर्मों  का हिसाब  है जिन्दगी...

एक बन्दे  ने पूछा क्या है  " जिन्दगी  "

दूसरे बन्दे  ने खूबसूरत  जवाब दिया

ना सुख जिन्दगी  ,

ना दुख जिन्दगी  ,

ना गम जिन्दगी  ,

ना खुशी  जिन्दगी  ,

अपने -अपने  कर्मों  का हिसाब  है

जिन्दगी.............।

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