शनिवार, 7 मार्च 2015

कर्म भूमि की दुनिया में

"शादी"करंट" के तार की तरह होती हैं.
सही जुड़ जाये तो
सारा जीवन "रोशन"
और गलत जुड़ जाये तो
"जिंदगी" भर "झटके...............।

आपको कोई अच्छा
इंजीनियर मिले
तो बताना,
मुझे इंसान से इंसान
को जोड़ने वाला पुल
बनाना है
बहते आंसुओ को रोकने
वाला बांध बनाना है
और
सच्चे संबंधो में पड़ती
दरारो को भरवाना है...................।

मुस्कान थके हुए के लिए विश्राम है, उदास के लिए दिन का प्रकाश है तथा कष्ट के लिए प्रकृति का सर्वोत्तम उपहार है................।

कर्म भूमि की दुनिया में,
श्रम सभी को करना पड़ता है,
भगवान सिर्फ लकीरें देता है,
रंग हमें ही भरना पड़ता है.............।

बेहतर से बेहतर कि तलाश करो
मिल जाये नदी तो समंदर कि तलाश करो
टूट जाता है शीशा पत्थर कि चोट से
टूट जाये पत्थर ऐसा शीशा तलाश करो................।

धीमे से मेरे कान में आ,
गम ने ये कहा ,
मैने तुम्हे शायर बनाया ,अब तो खुश रहो.....

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