गुरुवार, 25 जून 2015

समय पाय फल होत है


समय पाय फल होत है, समय पाय झरि जाय।
सदा रहे नहिं एक सी, का रहिम  पछिताय।।
भावार्थ
रहीम कहते हैं कि जिस तरह वृक्ष पर समय आने पर ही फल आते है तथा नियत समय पर ही उनका फिर से झङना भी शुरू हो जाता है ठीक उसी प्रकार
जीवन में सुख और दुख रूपी उतार चढ़ाव भी आते रहते हैं अत़ः क्या पछताना क्यों कि समय सदैव एक सा नहीं रहता

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