हे प्रभू
न किसी का फेंका हुआ मिले,
न किसी से छीना हुआ मिले,
मुझे बस मेरे नसीब मे
लिखा हुआ मिले,
ना मिले ये भी तो
कोई ग़म नही
मुझे बस मेरी मेहनत का
किया हुआ मिले..
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