शनिवार, 18 जुलाई 2015

इंद्रधनुषी रंग जैसा सुकून

1. चेहरा देना कुदरत का काम है, और चेहरे को रंग देना भी कुदरत का ही काम
है। पर जीवन को देखने और जीने का ढंग कैसा हो यह अपने आप पर है। जीवन ऐसा
जिएँ जो खुद के साथ औरों को भी इंद्रधनुषी रंग जैसा सुकून दे।

2. जि़ंदगी एक बाँसुरी है। उसमें दुख रूपी छेद तो बहुत सारे हैं पर जिसको
बाँसुरी बजानी आ जाती है वह उन छेदों में से भी मीठा संगीत पैदा कर लेता
है।

3. जि़ंदगी जलेबी की तरह होती है। यह टेढ़ी-मेढ़ी जरूर होती है पर
मुस्कान की चासनी अगर हम लगाते रहेंगे, तो यह भी सबको मधुर लगेगी।

4. जि़ंदगी एक गज़ब की परीक्षा है। जब परीक्षा की जि़ंदगी खतम हो जाती
है, तो जि़ंदगी की परीक्षा होनी शुरू हो जाती है।

5. जि़ंदगी में हर किसी को अहमियत दीजिए। विश्वास रखिए, जो अच्छे होंगे
वे आपका साथ देंगे और जो बुरे होंगे वे आपको सबक देंगे।

6. जि़ंदगी में सदा खुश रहिए, गम को भूला दीजिए। न खुद रूठिए, न दूसरों
को रूठने का अवसर दीजिए। खुद भी हँसकर जीने की कोशिश कीजिये और दूसरों
को भी हँसकर जीना सिखा दीजिये।

7. पानी से कभी तस्वीर नहीं बनती और ख्वाबों से कभी तकदीर नहीं बनती।
जि़ंदगी में हमेशा श्रेष्ठ कर्म करते रहिए क्योंकि यह जि़ंदगी बार-बार
नहीं मिलती।

8. कभी भी पीपल के पत्तों जैसा मत बनिए, जो वक्त आने पर सूखकर गिर जाते
हैं। जि़ंदगी में हमेशा मेहन्दी के पत्तों की तरह बनिए, जो खुद घिसकर भी
दूसरों की जि़ंदगी में रंग भर देते हैं।

9. हमारी जि़ंदगी तस्वीर भी है और तकदीर भी। अगर इसमें अच्छे रंग
मिलाओगे, तो तस्वीर सुन्दर बन जाएगी और अच्छे कर्म करोगे तो आपकी तकदीर
सँवर जाएगी।

10. हमेशा जोडऩे की कोशिश कीजिए, तोडऩे की नहीं। संसार में सूई बनकर
रहिए, कैंची बनकर नहीं। सूई 2 को 1 कर देती है और कैंची 1 को 2 कर देती
है।

11. दुनिया में गाय की तरह रहो, साँप की तरह नहीं। गाय घास खाती है पर
बदले में दूध देती है और साँप दूध पीता है पर बदले में ज़हर देता है। जो
गाय की तरह रहेंगे वे गोविन्द की तरह पूजे जाएँगे और जो साँप की तरह
रहेंगे वे शैतान कहलाएँगे।

12. जीवन में चार चीजें कभी मत तोडि़ए 1. विश्वास, 2. रिश्ता, 3. दिल और
4. वचन। जब ये टूटते हैं तो कोई आवाज तो नहीं होती लेकिन दर्द बहुत होता
है।

13. रंगोली दो दिन की होती है, फिर भी उसे हम खूब सजाते हैं। ठीक वैसे
ही जि़ंदगी भी कुछ वर्षों की है, इसे श्रेष्ठ कर्मों से खूब सजाने की
कोशिश कीजिए।

14. केवल धागा लम्बा होने से कोई पतंग आसमान तक नहीं पहुँचती, पतंग को
आसमान तक पहुँचाने के लिए उड़ाने का तरीका आना जरूरी है।

15. केवल ज़्यादा धन होने से जि़ंदगी में खुशियाँ नहीं आतीं, जि़ंदगी
में खुशियाँ भरने के लिए प्रेम और मिठास का रंग घोलना जरूरी है।

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