रविवार, 26 जुलाई 2015

आदमी का घमंड

एक फ़क़ीर शमशान में दो चिताओ की राख को बड़े ध्यान से देख रहा था |
किसी ने पूछा कि  बाबा एसे क्यू देख रहे हो राख को ?
फ़क़ीर बोला कि ये एक अमीर की लाश की राख है जिसने ज़िंदगी भर काजू बादाम स्वर्ण भस्म खाये और ये एक ग़रीब की लाश है जिसे दो वक़्त की रोटी भी बडी मुश्किल से नसीब होती थी |
मगर इन दोनों की राख एक सी ही है |
फिर किस चीज़ पर आदमी को घमंड है ???

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