शनिवार, 4 अप्रैल 2015

जरूरते पूरी हो सकती हैं, तृष्णा नहीं !

आपके पास मारुति हो या बीएमडब्ल्यू, रोड वही रहेगी.

आप इकॉनामी क्लास में सफर करे या बिज़नस क्लास में, आपका गंतव्य नहीं बदलेगा.

आप टाइटन पहने या रोलेक्स, समय वही रहेगा.

आपके पास एप्पल हो, सैमसंग या नोकिया, आपको कॉल लगाने वाले लोग नहीं बदलेंगे

भव्य ! जीवन की लालसा रखने या जीने में कोई बुराई नहीं है, लेकिन सावधान रहें, ताकि जरूरत का स्थान लालच कभी न ले पाये..क्योंकि जरूरते पूरी हो सकती हैं, तृष्णा नहीं !

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