शुक्रवार, 17 अप्रैल 2015

मौका

"मौका" जितना छोटा शब्द है,
उतनी ही देर के लिये आता है.....!

आने की दस्तक तो दूर,
जाते हुऐ दरवाजा भी नहीं खटखटाता है.....!
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रात सुबह का इन्तजार नहीं करती,
खुशबु मौसम का इन्तजार नहीं करती,
जो भी खुशी से मिले उसका आनन्द लिया करो,
क्योंकी जिन्दगी वक्त का इन्तजार नहीं करती.....!

        

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