दुःख ऑटो-अपडेट नहीं
फिर भी डाउनलोड हो जाता है....
सुख में वायरस नहीं
फिर भी हैंग हो जाता है...
फीलिंग का मेमरीकार्ड नहीं
फिर भी स्टोरेज हो जाती है...
रिलेशनशिप मे कैमरा नहीं
फिर भी सेल्फ़ी हो जाता है...
जिंदगी वोट्सऍप नहीं
फिर भी लास्ट सीन हो जाती है....
इंसान मोबाइल नहीं
फिर भी बदल जाता है....
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